
डॉ. जयप्रकाश यादव की मनमानी चरम पर, प्राइवेट लोगों से टीकाकरण कराकर लूट रहे सरकारी योजनाओं का फायदा!
गाजीपुर के मनिहारी पशु चिकित्सा केंद्र में इन दिनों हंगामा मचा हुआ है। एक ओर जहां मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. अरविंद कुमार शाही ने 17 जुलाई को सख्त निर्देश जारी कर कहा था कि बिना रजिस्ट्रेशन वाले झोलाछाप और अनधिकृत व्यक्ति यदि पशु चिकित्सा कार्य करते पाए गए, तो उनके खिलाफ होगी सख्त कानूनी कार्रवाई — वहीं दूसरी ओर, उसी निर्देश के अगले ही दिन पशु चिकित्साधिकारी मनिहारी डॉ. जयप्रकाश यादव ने इन आदेशों को खुलेआम ठेंगा दिखा दिया।
सूत्रों की मानें तो डॉ. जयप्रकाश ने अपने करीबी प्राइवेट व्यक्तियों को गांव-गांव भेजकर पशुओं का टीकाकरण करवाना शुरू करवा दिया, और ये लोग खुलेआम यह कहते फिर रहे थे कि “डॉक्टर साहब ने भेजा है।” ऐसे में यह सवाल उठना लाज़मी है कि आखिर किसके इशारे पर हो रहा है ये खेल?
सरकारी योजनाओं की बंदरबांट, जयप्रकाश यादव के चहेतों की मौज
मामला यहीं नहीं रुका — डॉ. जयप्रकाश पर यह भी आरोप लग रहे हैं कि वह अपने खास लोगों को ही अस्पताल से जुड़ी सारी योजनाओं का लाभ दिला रहे हैं। उदाहरण के तौर पर, गौशाला से पशु लेकर उनकी देखरेख करने वालों को मिलने वाली ₹2000 प्रतिमाह की सरकारी योजना का फायदा भी उन्हीं के चहेते उठा रहे हैं, जबकि वे असल में कोई पशु गौशाला से नहीं ले जा रहे। अपने घर के ही पुराने पशुओं को दिखाकर पैसे हड़पे जा रहे हैं।
कई पशुओं को लगा टीका, कोई प्रमाण नहीं!
गांव में प्राइवेट व्यक्तियों द्वारा लगाए गए टीके की न तो कोई प्रमाणिकता है, न ही कोई सरकारी रिकॉर्ड। पशुपालकों ने जब इनसे पूछताछ की तो जवाब मिला – “डॉक्टर साहब ने भेजा है।” अब सवाल यह है कि क्या डॉ. जयप्रकाश यादव जानबूझकर नियमों को ताक पर रखकर अपने चहेतों को लाभ पहुंचा रहे हैं?
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी की सख्ती भी बेअसर?
जब मुख्य पशु चिकित्साधिकारी खुद लिखित आदेश जारी कर कह चुके हैं कि बिना रजिस्ट्रेशन वाले व्यक्ति यदि चिकित्सा कार्य करते हैं तो उन पर होगी विधिक कार्यवाही, तो फिर मनिहारी में यह खुलेआम चल रहा गैरकानूनी कार्य क्यों नहीं रुका? क्या डॉ. जयप्रकाश यादव को मिली है किसी ‘ऊपर’ से शह?
अब देखना ये होगा कि मुख्यालय इस गंभीर लापरवाही पर क्या कदम उठाता है। क्या डॉ. जयप्रकाश यादव पर होगी कार्रवाई या फिर ये मामला भी बाकी फाइलों की तरह धूल फांकता रहेगा?