
हथियाराम मठ में जल निगम की मशीन बनी नुमाइश का केंद्र, रिबोर के नाम पर लाखों का घोटाला उजागर
गाजीपुर जनपद के जखनिया विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत हथियाराम ग्राम सभा में स्थित प्रसिद्ध हथियाराम मठ के सामने जल निगम की लापरवाही एक बार फिर उजागर हो गई है। मठ परिसर के बाहर लगा जल निगम का हैंडपंप बीते कई महीनों से निष्क्रिय पड़ा है और अब यह केवल नुमाइश का केंद्र बनकर रह गया है।
ग्रामीणों और श्रद्धालुओं के अनुसार, इस हैंडपंप को रिबोर (Rebore) करने के नाम पर जल निगम द्वारा लाखों रुपये खर्च दिखाए गए, लेकिन जमीन पर कोई कार्य नहीं हुआ। पानी के लिए लोग इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं जबकि मशीन महज शो-पीस बन चुकी है।
हैंडपंप रिबोर के नाम पर कागजों में पूरा काम, हकीकत में शून्य
स्थानीय सूत्रों की मानें तो हथियाराम मठ के पास स्थित हैंडपंप को जल निगम द्वारा रिबोर किए जाने की प्रक्रिया कागजों में पूरी कर दी गई। विभागीय रिपोर्ट में मशीन के रिबोर, पंप सेट, पाइपलाइन और मरम्मत जैसे काम के लिए लाखों रुपये का भुगतान दर्शाया गया है। मगर मठ के सामने खड़ा हैंडपंप आज भी एक बूंद पानी नहीं दे रहा।
श्रद्धालु और ग्रामीण बेहाल
हथियाराम मठ एक आस्था का बड़ा केंद्र है, जहां प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु पूजा-पाठ और दर्शन हेतु आते हैं। गर्मी और उमस के इस मौसम में पीने के पानी की समस्या श्रद्धालुओं के लिए बड़ी परेशानी बन गई है। श्रद्धालु व ग्रामीण टंकी या दूसरे स्रोतों से पानी लाने को मजबूर हैं।
स्थानीय प्रशासन बेखबर या मौन?
लोगों ने कई बार इस मुद्दे को स्थानीय प्रशासन और प्रधान ,अधिकारियों के संज्ञान में लाया, लेकिन अब तक न तो कोई जांच हुई और न ही कोई कार्रवाई। जल निगम की कार्यशैली को लेकर ग्रामीणों में भारी नाराजगी है।
प्रमुख सवाल जो उठ रहे हैं
हैंडपंप रिबोर के नाम पर प्रधान ने लाखों रुपये खर्च कहां किये?
रिपोर्ट में दर्ज कार्य जमीन पर क्यों नहीं दिखते?
क्या जल निगम की मिलीभगत से हुआ यह घोटाला?
प्रशासन अब तक चुप क्यों है?
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों ने मांग की है कि हथियाराम ग्राम सभा स्थित हैंडपंप रिबोर घोटाले की निष्पक्ष जांच हो और जिम्मेदार अधिकारियों, प्रधान तथा कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही जल की समस्या को प्राथमिकता पर हल किया जाए।